ಸಾಹಿತ್ಯ ಲೋಕದಲ್ಲಿ ಅಂಬೆಗಾಲು
"मेरा दिल चुरा के छुपा दो आपने दिल में"— यह ही मेरी मन्नत।
आपके खूबसूरती चेहरे का नज़र चुराने दो, तब धरती ही जन्नत।
----चिन्मयी
No comments:
Post a Comment