ಸಾಹಿತ್ಯ ಲೋಕದಲ್ಲಿ ಅಂಬೆಗಾಲು
जब चाँद खुद ही खूबसूरत है तो मैं उसकी खूबसूरती का वर्णन कैसे करूँ...!?
----चिन्मयी
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